मेरा पक्ष
नीरज कुमार झा
पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
मुखपृष्ठ
▼
गुरुवार, 4 जून 2015
मत लगा तोहमत चिरागों पे
किवाड़ भले ही सूखी लकड़ी के
दहलीज़ पर दिये रखे जाते हैं
झोपड़े भले ही फूस के
चिराग से रोशन होते हैं
मत लगा तोहमत चिरागों पे
घर नहीं जला करते चिरागों से
काबू कर आग मन की
घर इसी से ख़ाक होते हैं
नीरज कुमार झा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें