जीवन का ध्येय धर्म है और इसकी सफलता धर्मपालन की प्रवृत्ति और सामर्थ्य है।
धर्म अज्ञेय और ज्ञेय का पारिस्थितिकी की मर्यादा के साथ व्यक्ति की पूर्णता और सामुदायिक सावयवता हेतु समन्वय जनित बोध और तदनुरूप आचरण है।
नीरज कुमार झा
धर्म अज्ञेय और ज्ञेय का पारिस्थितिकी की मर्यादा के साथ व्यक्ति की पूर्णता और सामुदायिक सावयवता हेतु समन्वय जनित बोध और तदनुरूप आचरण है।
नीरज कुमार झा
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