हताश अपनी कृश काया से
व्यक्ति, मान्य अतिबुद्धिमान शरण आया ।
पूछा उपाय, शरीर कैसे बने ?
तुम जैसा शरीर चाहते हो,
उसी नाप के कपड़े बनवा लो ।
उसे पहनने से तुम्हारा शरीर वैसा हो जाएगा।
बताने की जरूरत है कि
उपाय सही नहीं है,
और यह चुटकुला भी नहीं है।
व्यक्ति, मान्य अतिबुद्धिमान शरण आया ।
पूछा उपाय, शरीर कैसे बने ?
तुम जैसा शरीर चाहते हो,
उसी नाप के कपड़े बनवा लो ।
उसे पहनने से तुम्हारा शरीर वैसा हो जाएगा।
बताने की जरूरत है कि
उपाय सही नहीं है,
और यह चुटकुला भी नहीं है।
नीरज कुमार झा
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