मेरा पक्ष
नीरज कुमार झा
पृष्ठ
मुखपृष्ठ
शनिवार, 6 जून 2015
अच्छा है
धूप का नहीं
पुतलियों की अवारगी
का बहाना है
अच्छा है
आँखों में नहीं चुभती
आँखें हैं
नीरज कुमार झा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें