नीरज कुमार झा
बुधवार, 2 जुलाई 2025
विचार और वार्तालाप
व्यक्तियों द्वारा अच्छे विचारों का प्रेषण समाजहित के लिए आवश्यक है। सुधीजन इसे समझते हैं और ऐसा करते भी हैं, लेकिन विचारों से भी अधिक महत्वपूर्ण है उन्हें लेकर किया जाने वाला रचनात्मक वार्तालाप। वार्तालाप ही विचारों के सम्प्रेषण का प्रभावी माध्यम है, पर यह दुष्कर भी है। अधिकतर लोग निश्चित विचारों का उपयोग अपने जीवन की परिस्थितियों से समझौते, अवसरों को भुनाने, महत्वाकांक्षाओं के पोषण या अहं की पुष्टि के लिए करते हैं। ऐसे विचारों पर विश्लेषण या टीका-टिप्पणी उन्हें स्वीकार नहीं होती।
नीरज कुमार झा
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Niraj Kumar Jha
उक्ति और युक्ति
सद्जीवन को सुनिश्चित करने के लिए संरचनात्मक निर्माण और पारिस्थितिक अनुकूलन की आवश्यकता होती है। युक्तियों के बिना सूक्तियाँ चरितार्थ नहीं होतीं। भावनाएँ विज्ञान और तकनीकी के माध्यम से ही साकार हो सकती हैं।
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