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शुक्रवार, 26 दिसंबर 2025

स्वागत

औपनिवेशिकता आरोपित प्रथाओं, परंपराओं और क्रियाविधियों को स्पष्ट रूप से निर्धारित समय-सीमा के भीतर समाप्त करने के लिए की गई सचेतन, सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध कार्ययोजना एक सराहनीय एवं स्वागतयोग्य नीति है। यह मानवीय गरिमा को प्रतिष्ठापित करने के संवैधानिक संकल्प को पुष्ट करता है। गरिमामय जीवन नागरिकों के आत्मबल का संवर्द्धन करेगा और भारत की विकसित राष्ट्र की ओर यात्रा को सुगम बनाएगा।

नीरज कुमार झा

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