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रविवार, 7 जून 2015

आदमी हूँ ?

चिलचिलाती धूप
करकराती सर्दी
मूसलाधार बौछारों में
एक आदमी
एक तरफ़ है
दूसरी तरफ़
एक आदमी मैं  हूँ ?
एक तरफ़
एक आदमी है
भूखा
अधनंगा
बेघर
बीमारी में बिना दवा
बेनाम जिंदगी में
अनगिना मौत में
दूसरी तरफ
एक आदमी मैं हूँ ?

नीरज कुमार झा

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