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शुक्रवार, 7 अप्रैल 2023

प्रतीक्षा

उड़ेंगे  गुलाल ग्राम-ग्राम नगर-नगर
उस दिन 
जलेंगे साँझ दिए घी के  घर-घर 
उस दिन 
मुंह मीठा कराएंगे  एक-दूजे का जन-जन 
उस दिन 
सभी करेंगे शुभ-कर्म अनेक 
उस दिन 
नवयुग का होगा आरंभ   
उस दिन 
सर्व-मंगल का होगा नाद 
उस दिन
संकल्प सत्य-निष्ठता का होगा नवीकृत 
उस दिन
मानवता होगी साकार 
उस दिन 
जीव-जगत की गरिमा होगी मूर्त 
उस दिन 
सत्य सभ्यता पुनर्नवा होगी 
उस दिन 
विराजेंगे राम लला नवभवन 
उस दिन 
अब दूर नहीं 
वह दिन 

नीरज कुमार झा 

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