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मंगलवार, 23 जुलाई 2024

सदेह कर्म

डगमगाते कदम जब
विश्वास हो जाता क्षीण
साधारण सा ही
अपना किया कुछ अच्छा
आ जाता है देने सहारा
आस्था कराती करम अच्छे
वे रहते सदेह हमेशा साथ
 
नीरज कुमार झा

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