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सोमवार, 22 जनवरी 2024

साधुवाद आपको

नमन
श्रद्धासुमन अर्पित
साधुवाद
धर्मप्राण
संत
महाकवि
आपको
 
अपनी वाणी से
अपने सुकृत्यों से
वराहवातार की तरह
डूबते धर्म को उबारा
रामधुन ऐसी जगायी
हम हम ही रहे और
और आज यह
शुभ दिन आया।
 
पौष शुक्ल पक्ष १२, २०८०
 
नीरज कुमार झा

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