मेरा पक्ष
नीरज कुमार झा
पृष्ठ
मुखपृष्ठ
सोमवार, 22 जनवरी 2024
साधुवाद आपको
नमन
श्रद्धासुमन अर्पित
साधुवाद
धर्मप्राण
संत
महाकवि
आपको
अपनी वाणी से
अपने सुकृत्यों से
वराहवातार की तरह
डूबते धर्म को उबारा
रामधुन ऐसी जगायी
हम हम ही रहे और
और आज यह
शुभ दिन आया।
पौष शुक्ल पक्ष १२, २०८०
नीरज कुमार झा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें