पृष्ठ

बुधवार, 18 सितंबर 2024

जिंदगी की कहानी

न बचपना, न जवानी, सीधे बुढ़ौती है
आम जिंदगी की बस यही कहानी है

नीरज कुमार झा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें