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बुधवार, 2 अक्टूबर 2024

बौद्धिक पारितंत्र

बौद्धिकता एक पारितंत्र हैं जिसके अंतर्गत ही बुद्धिमत्ता क्या है, निर्धारित होती है। विलक्षण जन विशिष्ट पारितंत्र के निर्माण के सूत्रधार होते हैं। आधुनिक युग में ऐसे पारितंत्रों के सूत्रधारों के रूप में महात्मा गांधी, जॉन लॉक, और कार्ल मार्क्स को देखा जा सकता है। महात्मा गांधी संवेदनायुक्त मानववाद, जॉन लॉक क्रियात्मक मानववाद, और कार्ल मार्क्स समूहवाद के पैरोकार हैं। आधुनिक समाजों में ये तीन पारितंत्र प्रभावी हैं। वर्तमान में तीनों का प्रभाव है, लेकिन प्रथम भविष्य है, द्वितीय वर्तमान, और तृतीय भूत। 

नीरज कुमार झा

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